उलझे जीवन, दिजै आसरा मात-पित-बंधु हरि साध रहा। उलझे जीवन, दिजै आसरा मात-पित-बंधु हरि साध रहा।
नर में नरेंद्र माँ भारती के आशाओं का अभिमान लाया हूँ। नर में नरेंद्र माँ भारती के आशाओं का अभिमान लाया हूँ।
अभ्यंकर शंकर अविनाशी , मुझ पे करतो कृपा जरासी, सुबह शाम सिर्फ मैं गाऊँ, ऊॅ नमः शिवाय, ऊॅ नमः शिव... अभ्यंकर शंकर अविनाशी , मुझ पे करतो कृपा जरासी, सुबह शाम सिर्फ मैं गाऊँ, ऊॅ नम...
माता तेरे अर्पण की, मेरी क्या बिसात। सब कुछ तेरा दिया है, जो भी मेरे पास।। माता तेरे अर्पण की, मेरी क्या बिसात। सब कुछ तेरा दिया है, जो भी मेरे पास।।
तेरा दर दूर नहीं, मन का मौजी मौन। हीय में झांक देखिए, देख बसा है कौन।। तेरा दर दूर नहीं, मन का मौजी मौन। हीय में झांक देखिए, देख बसा है कौन।।
भक्तो की सरकार लगी है ,माता दरबार बोलो जय माता की।। भक्तो की सरकार लगी है ,माता दरबार बोलो जय माता की।।